पेर के मेरे ते मुह बेट के आंके हो गया भोले बोल तो सही
हो गया नरज किस बात पे हो नाथ बेद खोल तो सही
हाँ कर से लडाई रोज मेरे संगे गुराम बात ठीक नहीं से
हाँ कर से लडाई रोज मेरे संगे गुराम बात ठीक नहीं से
हाँ कर से लडाई रोज मेरे संगे गुराम बात ठीक नहीं से
मेरे संगे गोरा बात ठीक नहीं से
कहना ना मने मेरी रगडे ना पांगे गोरा बात यही से
थोड़ी तेरे रुक जा सबर कर ले रगडूंगी बांग बोले धीर धर ले
पहली वाला नश थोड़ा दीला कर ले तु बोले डोल तो सही
फेर के मेरे ते मूद
बेठक्या के होगे बोले बोलता सही
हो गया नराज किस बात बेहरात भेट खोल तो सही
बोले ने तुंपरा समर्जाना छोड़ दे
ठाले कुंडी सोटा मेरी भाग गोट दे
बोले ने तुंपरा समर्जाना छोड़ दे
ठाले कुंडी सोटा मेरी भाग गोट दे
जो मैं कहूँ चूप चाप कर ले तू क्या तैगनी बोल रही से
कहना ना माने मेरी रगडे ना बांग गोरा बाद यही से बस रे
जैदाख्य
� VII
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
जैदाख्य
हाई फेर के मेरे ते मुह बैठ गया के हो गया भोले बोल तो सही
हो गया नराज के जुबात बेहनात बेद खोल तो सही
हाई नशा हो गया डिला मेरा घट गया सरूरे भंगिया पड़ेगी गोरा घोटनी जरूरे
चूप चाप खड़ी हो गिया के मेरे धोरे के तू सोच रही से
कहना ना माने मेरी रगडे ना पांगे गोरा पात यही से
झालों बेनों जरूरे अजय को
आइपुति तुक्रीन किलिए मेरा जड़ गया है।
इस तो ठंग होगी गोलों तेरी बन के बहुत सख खोड़ायी मेरा चलिया
मलो तंग होगी गोलों.
तेरी बन के बहु, सारा काम छोड़ के मैं बैठी तेरे दोरे कर्म खोल तो सही, हो गया ना राज के जुबात पे हो ना तु भी दिखो तो सही,
हो जी करम बीर के तु सुन ले भजन, सुन के भजन सारे हो जाओ मैं मगन, जब तक धंग ना पिलावे की ना बोलूंगा मैं सोच ले इसे,
हाँ करसे लडाई रोज मेरे संग गोरां बात ठीक नहीं से, कहना ना माने मेरी रगडे ना बांग गोरां बात यही से,
हो जी करम बीर के तु सुन ले भजन, सुन के भजन सारे हो जाओ मैं मगन, सुन के भजन सारे हो जाओ मैं सोच ले इसे,