ये जाने कोईसे सुहाग रात बितल
चोहल जवानी का हो गईल पितल
हर का कोहल
ये जाने कोईसे सुहाग रात बितल
चोहल जवानी का हो गईल पितल
दिहालू धोखा की तोडलू भरोसा
ये जानू अपना तो यार के
ठाके कोसम हम कोहतानी प्यार के
भीरी नाही सोटे देले बानी भातार के
सुना
सुत गैले सैयाजे तुपैक मारके
भीरी नाही सोटे देले बानी भातार के
भीरी नाही सोटे देले बानी भातार के
छी घैलू सानू सा
अभिले मोहाबत ते मोहर तो हरबा
रभी चंदान नाही ते हुँ हमरबा
लब्के लाहि टिजरल की भूतल ताहरा साम्हे सैया क्या सूतल
खेरा में परलो की दुख से उबरलो साम्ने काईलो सीमा पारिके
ठाके कसम हम कहतानी प्यारके भीरी नहीं सटे देले बानी भातारके
सूत गैले सैया जे तुपै कमारके भीरी नहीं सटे देले बानी भातारके