Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
जाबें,
जाबें
अश्चाबोजन साथियों,
मैं विशनगया कनिल कुमार नादान,
आप सबके बीच में पुना
एक नई नहीं गीत प्रस्तुत करने जा रहा हूं,
आशा नहीं विश्वास करता हूं आप लोग पसंद करेंगे,
यदि गीत पसंद आती हैं तो आप लोग कमेंट करें,
लाइक कर
प्रस्तुत करेंगे, लोग पसंद करेंगे, लाइक कर
तबय भीमावाधी का हैंदा
भीमावाधी पान गाच्चि गईदा तबय भीमावाधी का हैंदा
मानोषे मानो में समझा नयंतर हो,
समझा नयंतर हो, समझा नयंतर
उरनीच के
काराच्चु मन्तर हो,
काराच्चु मन्तर
अरे सबही के गले से लगई ब्याद,
तबय भीमावाधी का हैंदा
अरे ठगवने करीति औरिवाजदा भुलाई
औरिवाजदा भुलाई
अरे धोगयो पकखंडा के कैदा बिदाई
जो तहीं चोराहा पे जैविम नमभुदाय करने से कुछ नहीं होगा,
अपने अंदर महापुर्छों के विचारों को उतारना होगा,
तब जाकर के उनका सपना साकार होगा,
अन्नथा जैविम जैविम कहने से कुछ होने वाला नहीं है,
इसी लिए कभी नहीं लिखा,
भीम के बाद गधियाईबा,
तबय भीमावाधी काईबा,
अरे जब इनसे दूरी बनाईबा, तबय भीमावाधी कोहाईबा,
जब इनसे दूरी बनाईबा, तबय भीमावाधी कोहाईबा,
परम पूछ बोधि सत्ववावास,
इसी लिए तो बाबा साहब ने कहा,
कि सिख्षा वो सेर्णी का दूद है,
अरे सिख्षा वो सेर्णी का दूद है,
जो पिएगा वही दहाड़ेगा,
इसी लिए कहना है क्या,
अरे जब उची सिख्षा दिलैव्या,
तबय भीमावाधी कोहाईबा,
जब उची सिख्षा दिलैव्या, तबय भीमावाधी कोहाईबा,
मनमा भिचार करा वतिया के माना,
वतिया के माना,
तो साछ बात माना,
अरे अनिल सबसे नहीं आलगाईबा,
तबय भीमावाधी कोहाईबा,
तबय भीमावाधी कोहाईबा,
अरे अनिल सबसे नहीं आलगाईबा,
तबय भीमावाधी कोहाईबा,