आओ रे सब मिलाओ
गाओ रे
फुशिया मनाओ
भीम जयन भी आई साथ में फुशिया लाई
आज दलीतों के घर घर में नीन ध्वजा लहराई
भीम जयन भी आई साथ में फुशिया लाई
आज दलीतों के घर घर में नीन ध्वजा लहराई
भीम जयन भी आई साथ में फुशिया लाई
भीम जयन भी आई साथ में फुशिया लाई
भीम के बदालत हमको इजद मिली हैं
इजद मिली हैं,
इजद मिली हैं, इजद मिली हैं सी शोहरत मिली हैं
इंके बदालत हमको इजद मिली हैं,
इजद मिली हैं,
इजद मिली हैं सी शोहरत मिली हैं
जिसके आगे,
जिसके आगे चार वर्ण की चल न सकी चतुराई
भीम जयन्ती आई,
साथ में कुशिया लाई
आज दलीतों के घरगर में नील भजा नहराई
भीम जयन्ती आई,
साथ में कुशिया लाई
हमको भसाया था अचुती के जाल में
अचुती के जाल में,
आकर निकाला हमको राम जी के लाल ने
हमको भसाया था अचुती के जाल से,
आकर निकाला हमको राम जी के लाल से
भीम जयन्ती आई,
साथ में कुशिया लाई
आज दलीतों के घर घर में नीन भजा नहराई
भीम जयन्ती आई, साथ में कुशिया लाई
जग के जमेले में, भीम था अकेला
अकेला ही लड़ता रहा, कश्ट सार धेला
जग के जमेले में, भीम था अकेला
रोप करम की,
रोप करम की बनी कटारी,
कुश्टों से ख़ग्राई
भीम जयन्ती आई, साथ में कुशिया लाई
आज गलीतों के धरगर में नीन भजा नहराई,
भीम जयन्ती आई,
साथ में कुशिया लाई
धन्य महुबाविद ने जन्म जहाँ पाया,
धन्य वो सयाजी जिसने काबिल बनाया,
धन्य महुबाविद ने जन्म जहाँ पाया,
धन्य वो सयाजी जिसने काबिल बनाया,
कहता है ना वो जन्म धीम की गुणू की शेहनाई,
भीम जयन्ती आई, साथ में कुशिया लाई,
आज दन्गीतों के घरगर में नीन भजा नहराई,
भीम जयन्ती आई,
साथ में कुशिया लाई,
बाओ रे,
साथ में कुशिया लाई,
बाओ रे, साथ में कुशिया मनाओ,
भीम जयन्ती आई,