रंगेले आहिल बानी लालाका, भाँजी रंगे दखालाकाहोई ना कौनो इना फेक समये भाँजी, होई पराण्ड हो मन आवाकारंगेले आहिल बानी लालाका, भाँजी रंगे दखालाकाहोई ना कौनो इना फेक समये भाँजी, होई पराण्ड हो मन आवाकारंगेले आहिल बानी लालाका, भाँजी रंगे दखालाकाक्या हानो बहु छलो बालिं हले फुराहईं, खाठल को भहनियाको रंगे वहन लगैंहोली है भाई, होली है, रंग छलो भाँजीके बहिनियो बोली हैए भाँजी आवो न बहरी, रंग लगावे खातिर होहरी, होवे सब कासे बरिया, भाँजी मोरे पीछो करियाए भाँजी आवो न बहरी, रंग लगावे खातिर होहरी, होवे सब कासे बरिया, भाँजी मोरे पीछो करियानहीं तो फानप छारदा बाली, ए भाँजी बुझोना हमारो के हाला का, रंगले आहिल बानिलाला का, भाँजी रंगे दो खाला कानिलाला बाटे परानी सहाल, निलाला बाटे परानी सहाल, भोल दिया हो छोरी एकी चान, फोलिके आहिल बासिरी जान, आओनाआजनी करो तुमाना, आलोक भया के जनाना, देवरा जीयस निरज निरिमल, तोहर रंगी कारा खानासेखरणी तेसके डाले दो रंगामा, ना तोमा चाहि दिता हाला का, रंगे ले आहि बानिलाला का, भाँजी रंगे दो खाला काहोई ना कौनो इना फेक सनो ये भाँजी, होई पारांड हो मन आवाका, रंगे ले आहिल बानिलाला का, भाँजी रंगे दो खाला का