भाजुराई लाइ भाजुराई लाइकाटा गलई मा कैया हैहोलियामें देधाये भाजुराइबहिनी के बातैया हैभितारा लागेला पालादीबाउर बाला दुझालादीभाजुरा तोर बहिनी आखेहोलिने कोन बन पालादीछाता लछी नारजीसुतेके मनमा करा है भावजी ओहिके चादर चताया हैपहिनी के भेजाया हैहोलिया में देदाये भावजी पहिनी के बताया हैभावजी तोरे बहिन के पुआ खैबो ताजाये भावजीभावजी तोरे बहिनी आके बढ़हा को मनमालाला कासे लाला करवो भावजी उकर जोबानमाभावजी तोरे बहिनी आके बढ़हा को मनमाराज धर्मा देड़ा सखैतो बहिन के तोरा खाटाया जेहमार तरस कई हाँजी उपर निचे रंगाई हाँजीभार भागन काम चलाइगा लेला भावजी रुपाया जी