दिखना ना मुझ्जा है
दूध मालाई सक्की की निके खियाई
सौतिन के नजर से हम संया के बचाई
अभी मारा नहीं पुखारी में घोटा है
नहीं सिज़ पे करूँगी समझ होता
वलम ही करूँगी
लव होता है नहीं सिर्फे करूँगी सम्प जाता है बला माई का लव होता है
ज्झारा हर बदान मां बैठे एह कपी से सजाना मां बैठे
ज्झारा हर बदान मां बैठे एह कपी से सजाना मां बैठे
ज्झारा हर बदान मां बैठे एह कपी से सजाना मां बैठे
ज्झारा हर बदान मां बैठे एह कपी से सजाना मां बैठे
पदा नवा बैटे एक अपिस सजा नवा बैटे
आसो रहो सिंगारी हामारे चुडिया कंगा नवा बैटे
तुकारी यखिया के लागे कजिरा उठा है
नहीं सिर्फे करूँगी समझाओता है बलो महे कला उठा है
बहुत में सुटावेल रहत भर पुलावेल
रुहु सलापे जानू जानू कही के बोलावेल
दुढूं धिरत बिन रात नहीं होता है
नहीं सिर्फे करूँगी समझाओता है बलो महे कला उठा है
नहीं सिर्फे करूँगी समझाओता है बलो महे
अभी मारा नहीं पुखड़ी में गोटा है
नहीं सेज़ पे करूँगी समझ होता है बलम एकला होता है
अभी मारा नहीं पुखड़ी में गोटा है
नहीं सेज़ पे करूँगी समझ होता है बलम एकला होता है