एको हामाने अत्ता यूँ, जो हुँ अप्वाले राज।
के हु गाली रंगता, के हु ढूणी रंगता, काय तर्योँ ?
परसान होन।
के हु गाली रंगता, के हु ढूणी रंगता,
एको हामोरे भाता, खाली चोली रंगता,
भोरकेलाला� ironic, हामार कोली रंगता.
एको हामोरे भाता, खाली चोली रंगता,
नुझिक बाई आर्या भाकस
बोले में बिकड़ाल रहनिया करे छेड़े खनिया हो गईल परसनिया हो
हो मर्लन तो कि भईया बनल बाग कसया करे कोवन उपईया हो
एकि रंगा वसा जाना मा दोड़ जाले धोकि हाथा मा हमारी लहे लहे डाले
भोरे भोरे जागि कि खोली रंगता एको हमारी भाता खाली छोली रंगता
फीके जोला जिरा गावेला जोगिरा रंगा डाले धिरा धिरा हो
कापोनी सहारा चहादता पराणिसे दोलो गुबारा हो
आमर बनल जावनि एकि नासकारे
रभी गोले डेने जैसे नही खास करेला
छोटे राजाता जा काते मुली रंगता
एको हमरी भातार खाली छोली रंगता