मोजा नफ्रत है उन लोगों से
जो बाहर से हमारे देश के साथ
और अंदर से हमारे देश के खिलाब होते हैं
एदर कलाद जिन्ज़ाबार
मिक्स बाई जन्जळ
मेरा रंग दे बसंती चोला
ये जो बात है भगत सिंग ने बोला
दिसवाला हो दिसवाला हो गई ले कुर्बान हो
भगत सिंग उनका नाम रहे भारत मा के लाल हो
राजगुरू सुख दे ओ भगत सिंग चौड़ हगई ले भासी पाओ
भासी पाओ
ये जंग बीरो की तरह
जब खून खोला फोलाद हुआ
मरते दम तक डटे रहे तब ही तो देश अजाद हुआ
असी बरस के उमर में जागल जोस पुराना