भर दो जोली मेरी या मुहम्मद
लोट कर मैं ना जाओंगी खाली
बर दो जोली मेरी या मुहम्मद
लोट कर मैं ना जाओंगी खाली
तुम्हारे आस दाने से जमाना क्या नहीं पाता
कोई भी दर से खाली माँगने वाला नहीं जाता
बर दो जोली मेरी ताज़दारे मदिना
बर दो जोली मेरी ताज़दारे मदिना
जाने आलम लोट कर मैं ना जाओंगी खाली
कुछ नवासों का सदका आता हो
दर पे आई हो बनके सवाली
हक से पाई वो शाने करीमी
मरहबा दोनों आलम के वाली
हो मरहबा दोनों आलम के वाली
उसकी किसमत का जम का सितारा
उसकी किसमत का जम का सितारा
उसकी
उसकी किस्मत का चमका सितारा जिस पे नजरे करम तुमने डाली
जिन्दगी बाक्षती बल्णगी को आब रूदी ने अक की बाचाली
ओ मुहम्मद का प्यारा नवासा जिसने सजदे में गर्दन का टाली
हशर में उड़को देखेंगे जिस दम उम्मतीय कहेंगे खुशी से
आ रहे हैं वो देखो आ रहे हैं वो देखो मुहम्मद
जिनके खंदे पे कमली है काली
आ रही है वो देखो आ रही है वो देखो मुहम्मद जिनके कांदे पे कमली है काली
भर्त जोली मेरी भर्त जोली मेरी जाने आलम भर्त जोली मेरी ताज़ दारे मदीना
लोट कर मैं ना जाओंगी खाली