एक दिन के बाद हवे भगवान संकर जी मता पारवती से कहलेन
गाँजा धथूर और भाँखाय कहतेर
तब मता पारवती अपना बेटा गनेजी से कहलेन
का कहलेन सुनेजू
मूसवा पे होई के सवारी गैले गाँजा के लाल हो
मूसवा पे होई के सवारी गैले गाँजा के लाल हो
दे मिले नहीं सतुर राउर भाँखो
तोहारे आकस्वा खोली याथी आकार भावे का
उपान हो गाँजा लेन आवधाथूर भाँखान हो