बोला संकर भगमानों की ये
एह गनेस का मानों की
क्या?
तुन्दे क्या?
हाँ स्वामी, बोलिये
हाँ या बहुत अच्छे लगते हैं
सही में
थोड़ा मांग खिला दिये न
क्या? आपको भाग खाना है?
हमसे अब नहीं होगा, सुनिये
क्या?
क्या?
क्या?
रहते हैं डू बढ़न आसा में
बोलते हैं कोई भासा में
छोड़ेंगे कव आदते
अपना कब ले रहूंगी आसा में
इस वान
रहते हैं डू बढ़न आसा में
बोलते हैं कोई भासा में
छोड़ेंगे कव आदते
अब के चुकर में मैं कोलोईया न घिसूँगी
स्वामी जी सिलावाट पर भावनिया न पिसूँगी
स्वामी जी सिलावाट पर भावनिया न पिसूँगी
भावनिया न पिसूँगी
जब जब आते हैं तो खुजते हैं गाजाजी
हमको बताइए न क्या है इसमें मजाजी
जब जब आते हैं तो खुजते हैं गाजाजी
खोजते हैं गाजाजी हमको बताईये ना क्या है इसमें मजाजी
ऐसे जे कोरेंगे हुँ से बोटे ने करूँ सुम्गी
स्वामी जी सिलोवट पर भौमिया ना पिसुंगी
स्वामी जी सिलोवट पर भौमिया ना पिसुंगी
मन के जजबात मेरा कौभी ना बुझते हैं
लेके डम और स्वामी पहाडे पकुडते हैं
मन के जजबात मेरा कौभी ना बुझते हैं
लेके डम और स्वामी पहाडे पकुडते हैं
महल के मैं अब रानी हो कौन
महल के मैं अब रानी हो कौन मड़ाई में ना सुतुंगी
स्वामी जी सिलोवट पर भौमिया ना पिसुंगी