बोला बोला महेंद्रा नाथ की
हमसे नभामी आपे साथी
बधधा था हमेरो कलाली
अइसे पथर पे कटी कबले दी
सुन्दा बाउडा हो
दुखे सहे पड़ी बुछे दी
किन के ले आई भाग पिछे के मकी
सुन्दा बाउडा हो दुखे सहे पड़ी बुछे दी किन के ले आई भाग पिछे के मकी
ना सहे
पिछे के मकी
पिछे के मकी
रगद से हमरो तूटे बदज़िया कोरला बहुत पता गदबो
गाज़ा कितु मुपा डिया
वेलस्वगा जलवा चट हावे
दिवखार हो
गोड़ लाब भोटे पतार हो
गाज कितम पड़ी आवेला सिवके
जलवा चण हावे दिवगधार हो
दिल पर दिन थीका पड़ा जाता सोखी
सुन गउड़ा हो
सुन गउड़ा हो दुख सहे पड़ी पुछती
किनके लेआ इस भनु किसे के मसीन
सुन गउड़ा हो दुख सुहे पड़ी पुछती
किन के लेा इस भनु किसे के मसीन
किसे के मसीन
किसे के मसें
भै जूझ्य धिकारस
लईखर मेरोही ता दुख न जन ली रोही पापा की दुलारी को
लाइखर मेरोही ता दुख न जन ली रोही पापा की दुलारी को
राब्रप्रदीप माडे भगती मिली
सुना गउडा हो दुखे सहे पड़ी कुछ दिन
किनके ले आए भान पिसे के मसीन
हमसे न भागी अपिसाई
सुना गउडा हो
दुखे सहे पड़ी कुछ दिन
किनके ले आए भान पिसे के मसीन
आए बोईंबु लोई हो
पाँजाना ए गउडा अपका पड़ा लेबू
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật