आजब थेटर मुम्बई, सवी नय साधर करीता है
तुफान विनोधी फार्सिकल नाटर
भारगाड भावली भटला
भारगाड भावली भटला
लेखब, पिक्चरश्यब और रेलेकर
संगीत, प्रकाश मोधी
संगीत साथ, धोलकी पत्तु, सुधाकर सालुखे
अरुन शिन्दे, विवेक सुर्योंशी
आणि मास्टर मिलिन
गीते, प्राध्यापप श्रिकांत नरुले आणि एन रेलेकर
पाश्वगाय, विवेक सुर्योंशी, मंगला गुरो
आणि लोकशाहिर प्रेम कुमार भोतले
कलाकार, सिनेस्तार हेमंत केलकर, सिनेस्तार जेप्रकाश परुलेकर
सिनेस्तार का छाया सांगावकर, मंगला गुरो
लोकशाहिर प्रेम कुमार भोतले, स.जी पत्ने
मास्टर मिलिन, आणि विनोज समराथ एन रेलेकर
साधर होता है, तुफान विनोधी फार्सीकल नातर, आणि गर भवनी भटार
भावपुलांजी अलपुन माला, क्री चरणाशे वंदन करूया
ये नमन तुला गण राया, ये नमन तुला गण राया
ये गजवदना गउरी नंगना, नमन तुला गण राया
ताल सुरांची सुन्दर सुमने, सुत्वद मन्जुल कातो गाने
तांब सुता तुमी सभे सयाया, नटगाय का शुष्याया
ये नमन तुला गण राया, ये नमन तुला गण राया
ये दुकारता, ये दुकारता, नमन तुला गण राया
ये नमन तुला गण राया, ये दुकारता, नमन तुला गण राया
कार्वारी, अहो कार्वारी
ऐगा
हा, कई ज़्यालव, पुटी गेल उता?
जीव देला
हारे देवा, क्या हो?
चाहिला या पुडरेंक्या, ऐगा, दिने असा उकुम सोट्या, जनु का मी सारे गावा च नोकर है
आहिला देवाला मी माझी दया नहीं
क्या हो, देवा वर भी क्या चिटता हैसा?
अगर मी माझे जलम वर चिटले
मानचन लुड़ा पांगला आसाव ही रहे, पर गरीब नसाव
चाहिला, गोता जलम लेला पोरला बोलवाव, तसमला सगली लोका हाका वारचत
गनिया, गनपिया, गनिया, माझी अपमन करचा, माझी दगई की इस्त्यात मी लिया
आसाव काई डोस्क्यात राग गहलू नका
ये बगा, सला, घास बर खाओं गिया, आणि पड़ा बगू, सला, अव चला की
माला जेवाईच नहीं, ये पड़ दाले साथी तकाली लोका उठाय पाईजें की
आधि घास बर खाओं, सला बगू, सला मंतेना
उठा उठा द्रामवाती उश्रत ताल जाला
प्रभु नभी आला, प्रभु नभी आला
प्रभु नभी आला, प्रभु नभी आला
कुणि पुति आहे, आहे कुछ देवो
आभाई च पुतले जन सुनिया च पेवो
किरन सुनेरी उजले विश्वाला
प्रभु नभी आला, प्रभु नभी आला
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कुछ देवो पुतले जन सुनिया च पेवो
कल यस्तित घोटाल धाला
त्या पावन्यान पावन्यान फावन्यान थल ले मला
त्या पावन्यान पावन्यान फावन्यान फावन्यान थल ले मला
मज़ शे जारी हल उच आला
तूर तूर न हसना भेला
न गलपत भिड ला गला
काई मनाओ या कर माला
त्या पावन्यान पावन्यान फावन्यान थल ले मला
वाव वाव वाववाव
पतलाद भै पतलाद
रूपोति करज भार आले आज माचाला
गणा, सिला मय अतला वाड़ा वर पोचव
बी पोच्मो न यतो की
हाँ, यह पच्मो पूचिचा कामाद पतायत आय
परवा मारुती चा पायरी काली येनंत पोतोला
दन्या
क्या मतला, क्या मतला
हो, हो, हो, है गणपत्राव, गणपत्राव
अंगे, अस्यास वलनवरयतवे
पुना जर आसा बोलना तो लगी सुरू करिं
देवा शपस खरस संगिन, कोटल सांगनार नाई
नको, नको, नको, गणपत्राव
अडे ओस्या, अडे ओस्या
सला वावाई, सला
पाति सागा इसका अगर आत
आईला, यवड़र सुद्ध बासतेद बोलनार यो आणि कौन
कानु पंद असल?
कौन? यो भड़ी?
अवा तेना आतुन दरला असल
तांगला पात पना साइनस इंचा वल्या कौन पडला असल तो
अवा ज़वल जवल महिना बर तरी
ते मारुत चे लेवला दिवा नहीं लागाइचा ता
मग कोर आसल रह?
पाटिल तो सेकरेटरी मेला
तो मर्त्यों सौंसि था
मनु तो पोछदार इता अला उता
तपटला तो लागएचा अधि
ते जो वर्त तक़ी कहीं तुमी तुझानी पाटला
ततला वर्त तगाने ले और अच्छण
पाटिल कसल भूत कोन पोलिस
काई चाल ला ही तुमको
अव मी सेकरेटरी आये
नवा सेकरेटरी
अपना जहरा दिली हुती वर्तमान पत्राथ
कि अमच्या वैतागवाडी कारे कारी
विवीद सोसाइटीला सेकरेटरी पाईजी मुनु
इत्तला पांडु रंगला चांगले जाले वावा
सुटलो एक दाचा या सेकरेटरी बसा बसा जा
अवे पाटिल सेकरेटरी जाई का बगा
नहीं तर भूता खेता से काई चांगता यात नहीं
कंच्या भी रुपा दियता मुनु मुनतो
अपने सार का भया वाल नकल
मर्धिना आँच जा जिवना चा बंदवस कर उम्छा
तोर मैं सेकरेटरी ची टेस्ट गेतू
पाटिल आलेकर तुम्हारा गड़ेजी बी टेस्ट गेची सवई जाली
आलेकर काई मी बोला जाओ नको
शात्रिन कापड़ो फाडलेवाँ पाड़ाईचा अदी सरल काईचा संगा
बारा वित्यार तास
उमछा नाऊ
अबुराो भाबुराो गआट
हमपाटिल यहचा नावःद ग़ाट है वर्गा
संगलेग़ाट है
बाईका गपके
गाउ कंसा
कंसा गड़ा
कंसा गपागात आये
कुलापूर जवल
हाँ मन्जे चत्रपति चावमारतन से येला गाए
मनन की
पाटिल तुम्हे पाढ़िया और तुम बढ़ची
तुम्हे भाया चे स्टाट मेरे बली पड़नार बगायेचा
लेका ती सेकरेटरी है
हत्ती चे महत नव
मला ते कलता है तुम्हे सिखवायेचा नही
फक्त पावने चे जवलने तो बंदद करा
सला दावा
आईल्या तु मादा लोकर का मी तुझा
गव गुम्मान आथ जाओं काम कर जा
अथा रांग बर मार काशीट
कहर संगिन कोटल सांगनार नही
गनपुत्रा
कडे वोज्या
बोला सेकरेटरी
बोला न सेकरेटरी
सेकरेटरी मुना
माझे शिक्षान कम है
उच्छार चुकला तर प्रनौंस करेक्त है
बोला वसगड़ेल तुम्हे जमीन जुमला किते है
सत्रा एकर दाह गुंते
जावात घर
आई बाप वडिल नही
बाईका मुला बाईको है मुल नही आजून
बाईकोल संग आनली काई घर
मुला तो मुल्क समझ जोस्ता है
यह बड़ यह सगड़ेल चोर तुम्ही माया है का
अह यह काई विचार जाला
अपने आई वर बाईक वर कुणाच प्रेम नही था
है नवा पर शाना असतेला तर घर लावा
पर क्या
क्या कस्याला यह विचार नही अपतेक्षा
जुव प्यारा असल तर गाव गाता
मन्जे
मैं बोल लेला अंकते भाड़बर लावी कल लासता
पर तुमके सिख्षेंग जाले ते मुझे आड़वा आले सिख्षेंग
ता मंदले की ताख़वा दवाद
वलकाव मानसान
क्या है
तुमे सेकरेट वेल आला है
पर तुमे भोटार असरक
तुम्हारे बाई कुन आत बुलविल जावा
कस्या ला
अत माला तरी कहा हो
बार जावतो
पर क्या है वाद सेकरेट
में संगले जेड़ आले नहीं हुँ माज़ बोलन
नसले तर रावा
सला वाद जेवाई ला आत
गन्पत्र वाद
अथले तो होतार करा कस्या पाटी इली
ये लेका
बाई, हो रुपोडी बाई
आले आले, थमभाँ गन्पतर आलेज मि
मै आते युट नहीं का चालेज
सला जावत कुछले
बाई ला , कई बड़ा
पर कुछले बगड़ाँ बाई मिला वि त्रस्ची
असा त्रस्ची बादा बगता
बगता आंग वरली कापड़ा उठवते
जी काय आसा वाँट थे
खरत ये जवान पाकुल आपले ले लगत पाई
काई पाईची
काई काई नहीं, तुमलेश काई पाईची
नहीं पोसे कड़वा, जी तलू
बरा, जा तुम्ही
बाईला लगी, जा मंते, गाई कर थे
बाई, जेवन वगर तायर है नहीं वो
हो, सकाल च शिलन खाईके
शिलन खाना
अता कवा कराइचो
मी कर लगतु की, जेवन
काई तरीज बाई, तुम्ही मला जेवन तायर करुँ देना
बाई, मांचल काई पाईजी है, काई नगे
तुम्ही आला नगे का
असा काई काई दाईची तायारी है
हाँ, काई माँखशिला ते
पाईका सोडं काई भी माँखा
मुझे दाग दागी नहीं, गाडी, बिल्डिंग वगर असा
मुझे तुम्ही माझा वाल
नहीं कुछ है, भाई, नहीं कुछ है
भाई, गनाजी रोँ, मला की नहीं
मला की नहीं, तुम्ही फार आवडता है
मैं फूड़े ही हुल, मैं मुझे तुम्ही जवल ही हुल
मैं फूड़े क्या हुआ यू?
मैं सांगन तवा
कवा सांगन है और?
आजी, तुम्ही मला सांगा
क्या सांगो बोला?
चत्कर बोला भाई, चत्कर बोला
क्या हो?
मानसी तुम्हाला क्या भीत्या?
क्या मुझी?
मैं तेंसे गटुलस पकण ले
गटुल?
कसना गटुला?
मड़ो बांद ले वो
मड़ो बांद ले ले गटुल?
आजी, काख़ा नहीं आग नहीं
काखा नहीं, काखा नहीं