कोई भी पल वो है ना
जिसमें तू दीखे ना
तेरी हाँ
सारी वो बाते
दिल से क्यूं जाए ना
तेरां मेरा लड़ना जगड़ना
जो मैं रूठू तो
मना लेना
याद
आये मुझक वो लम्हा भूलूना
भईया मेरे
मेरा है ये कहना
तेरे बिना मेरा है क्या
तू है तो है
तेरी हाँ ये बेहना
तेरा मेरा पिश्टा जुदा
भईया मेरे मेरा है ये कहना
तेरे बिना मेरा है क्या
तू है तो है
तेरी हाँ ये बेहना तेरा मेरा
पिश्टा जुदा
मेरे लिए तू घर में सब से लड़ लेता था रहा
चुबता था मुझे काटा जो कभी
तेरी निकल जाती थी जब
अपने हिस्से की खुशी भी देता था मेरी गल्टी अपने से पे
लेता था
यार तूने मुझको
जो दिया भूलू ना
मेरे मेरा है ये कहना तेरे बिना
मेरा है क्या
तू है तो है
तेरी हाँ ये बेहना
तेरा मेरा
पिश्टा जुदा
भईया मेरे
मेरा है ये कहना तेरे बिना मेरा है क्या
तू है तो है तेरी हाँ ये बेहना तेरा मेरा पिश्टा जुदा