पैगल भाईलु बारु पैगल रजवू
भाईलु बारु पैगल रजवू
भाईलु बाहरु पैगल
कौप नस कतिने परबारा
लैगल लँ� многие तेहरा
राजवू भाईलु बारु पैगल
रहतार रात भढ़ा जायंगल लँ
राजवू भाईलु बाहरु पैगल
चंदरु सलह जल जल
रोज रोज रतियामे आब तारा घारे
आपना मेहार छड़ी दोसरे पमारे
रोज रोज रतियामे आब तारा घारे
आपना मेहार छड़ी दोसरे पमारे
पुछिले ता करे लबा नमा हो
रज़ा उभाईल बार पागल
रहतारा रात भरा जागल हो
रज़ा उभाईल बार पागल
पिहियाराज कुमार रहा शुधार लिरहानामे
पिहियाराज कुमार रहा शुधार लिरहानामे
एकबेर सुन लेती मिहरिके कहाना मैं
पिहिया रजिकुमैर रउआ सुधरली रहाना मैं
एकबेर सुन लेती मिहरिके कहाना मैं
चाले जाईम सुनिल संगदी हाना मैं
रजाउ भाईलु बार पागल चाले जाईम सुनिल संगदी हाना मैं
रजाउ भाईलु बार पागल भाईलु बार पागल
कौबं आसल पिन पर बार लागला हो
रजाउ भाईलु बार पागल
रजाउ भाईलु बार पागल
रहतार रात भर जागल हो रजव भाईल बार पागल