भल्लही सब्बाद पर प्रवाद पर प्रवाद पर प्रवाद पर प्रवाद
भल्लही सब काम काली हां मनमानी हो
भाई से बाइमानी ना करी हाँ
पूरा जीवन में हो खेलागी हाणी हो
भाई से बाइमाणी ना करी हाँ
भल्लही सब काम काली हाँ मनमानी हो
भाई से बाइमाणी ना करी हाँ
धन संपत संभु बार बार आई
सब काम काली हाँ मन मानी हो
भाई से बाई मानी ना करी हाँ
कैका न फूसी लगवा लहरा लगावेला
असली मुका पाकाँ अपने न आवेला
कैका न फूसी लगवा लहरा लगावेला
कोई बाहरस band hai
jham doddi ho
atesi शवारीं Bar