बहन तू चिन्ता ना कर तेरी परछाई में
तू मेरे सर का ताज है और तेरा भाई में
बेसक तू कितना ही लडले मेरे कान पे थपड जडले
तेरे पैया की बात मचा दी तबाही में
बहन तू चिंता ना कर तेड़ी परछाई मैं
तू में के ना denken का न पार हमारे अति所以呢 दोस्त के लिए फ़ मistinct
करने की रिंद तो पँछाई में दीखना करना जुंस्यन हरा मैं धिगगलतन्य है
किलिए किलियधर देलके का�ो पिे लाज़ के उनके ही पड़ जडल लड
नमीच्छा करें सिखायत
सहलीउँ हुँ पिटाई मैं
बहान तू चिंता ना कर
तेरी परच्छाई मैं
तू मेरे सर का ताज है और तेरा भाई मैं
तू किती चली जावे है घणी याद आवे है घर लग गई सवीराना सहर
कोई काली नजर गर तेरे पर पड़ी उकी जिन्दगी में मैं ढ़ादी हुँगा कहर
किसी की नजर ना लगे ये वड़ा गहरा रिष्टा है
मा के वाद एक बेहनी तो होती है अपनी और कौन किसका है
हैप्पी रक्षवन्दन