जी भीया, अम गाय कभीलेता नरेंद्र सागत,
रक्षा बंदन के पावन दिवहार में एवर प्यारा सा राखी के गितले के आयी बनी,
उमिद बाँ के आप सब के पसंद आयी।
तसाल भर बाद आयी प्यारा आई राखी के दिवहार वान हो।
भाईया
जन तू भुले हो बहिन के प्यारवान हो।
तसाल भर बाद आई प्यारा आई राखी के दिवहार वान हो।
भाईया
जन तू भुले हो बहिन के
प्यारवान हो।
भाईया जन तू भुले हो
बहिन के प्यारवान हो।
भाईया जन तू भुले हो बहिन
के प्यारवान हो।
भाईया जन तू भुले हो बहिन के प्यारवान हो।
भाईया
जन तू भुले हो बहिन के
प्यारवान हो।
बिपिनी रस्तोगी
कब हुपेम
वाक धागा जन कर आकाम जो
प्यार बनल रहे हर जी तो हसे करी
तसागर अंकित की पिल के बनल रहे पूरा परी वरवान हो।
भाईया
जन तू भुले हो बहिन के प्यारवान हो।