भगीरत के अटल तब कर नवा जगत में गंगा जी आई हो
भगीरत के अटल तब कर नवा जगत में गंगा जी आई हो
दुसलू चरणिया से ब्रह्मा कमंदल
आशिव की जटा होके आई भुमन्दल
भूमत हिमाले न गनवा जगत में गंगा जी आई हो
भूमत हिमाले न गनवा जगत में गंगा जी आई हो
भूमत हिमाले न गनवा जगत में गंगा जी आई हो
गंगो तीरी से रिशी के सगाई
हारी द्वारी होते थी बेडी में आई
जमणं से कैली मिलनवा जगत में गंगा जी आई हो
विषनाद बाबा से कासी मिली हैं
भोरी अंक भेटद फिर आगे चली है
भीग मुनी दरदरस थनवा जगत में गंगा जी आई हो
सरजू से कैली मिलन पावर बेला
लगता जाहा सुन्दर ददरी का मेला
लाखो जन करते ना नवा जगत में गंगा जी आई हो
लाखो जन करते ना नवा जगत में गंगा जी आई हो
पतना हरी हर छेतर गई गंगा सागर
जहवा कभील मुनी कै आश्रम मनो हर
पारी सगर कैल नवा जगत में गंगा जी आई हो
अमरी सं गंगा जल भारत का घूशन
लाखो जन करके रोको प्रदूशन
लाखो जन करके रोको प्रदूशन
गंगा जी आई हो
गंगा जी आई हो