हाँ तो आईए प्रेमिश रोताओं ये रागणी आपलोगों के बीच में हम पेश करते हैं देहाती रागणी एंडीजे के माध्यम से
जिसकी गाईका मैं आपके अपनी लाडली सिंगर कोमल चोधरी हरियाना और आपका भाई नरेश चोराण
कविताई की है मननी श्री राजेंदर सिंग बैनी वैरुवाला जी ने आईए किस प्रकार से देवर भाभी के सौहाध जवाब होते है क्या बताया भुलाब
क्या लिखा
तू से फूले गुलाब री भाभी तू से फूले गुलाब
तू से फूले गुलाब
मेरी जवानी देवर पहले तोड़ की शराब
तू से फूले गुलाब प्री भापी तू से फूले गुलाब
तू जानता लगामे बगड की छोरी सूतु अनिपड हुड़ गवार
का पूछेगी भापी माने यो है तेरे इन ते प्यार
का पूछेगी भापी माने यो है तेरे इन ते प्यार
काड़ दे अपने दिल ते बाहरे इतने बुरे खवाब
तूसे फूले गुलाब री भापी तूसे फूले गुलाब
तूसे फूले गुलाब
सारा गाम यो देगा उलाणा
सारा गाम यो इजद होगे खराब
तूसे फूले गुलाब री भापी तूसे फूले गुलाब
तूसे फूले गुलाब री भापी तूसे फूले गुलाब
रिल्दे
देखि पराई चोपडी क्यों नीत डिगावे से
संदा केशी शान तेरी मेरा जी ललचा वैसे
सजा इश्क की पावे से हां तू क्यों बड़ा नवाब
तुसे फूले गुलाब दी भावी
तुसे फूले गुलाब दी भावी
फूल गुलाब तू से फूल गुलाब प्री भावी तू से फूल गुलाब
हर कोई लागू होया करें सुनें बीर की जात का
बेनी बैरो आले में करा जोड़ा गात का
बेनी बैरो आले में करा जोड़ा गात का
राजेंदर सिंगे मेरी बात का
समझे ना जवाब
तू से फूले गुलाब प्रिभापी
मेरी जवानी देवर पहले
मेरी जवानी देवर पहले
तोड़ की शराब
तू से फूले गुलाब प्रिभापी
तू से फूले गुलाब