भावी होतो हर नावी, खो जाता टे चावी,
मरद के बिना भयिल जाता हावी,
भावी होतो हर नावी, खो जाता टे चावी,
मरद के बिना भयिल जाता हावी,
छोड़ हली जमनीया हावा,
बड़ीरी सतावाथा,
मातरे बीना नीन देनारी,
रतिया के आवा हाता,
मना उनासी आईली राहाता,
ओही लस खाईली राहाता,
अहुरी का बताईं देवारू,
के तन हो भुखाईली राहाता,