अल्लाह के तरप से नैमत है, तुम बोजी न समझो बेटी को।
माँ बाप की अच्छी दौलत है, तुम बोजी न समझो बेटी को।
जब बेटी पैदा होती है, रहमत की बारिस होती है।
जब बेटी पैदा होती है, रहमत की बारिस होती है।
जब बेटी पैदा होती है, रहमत की बारिस होती है।
जब बेटी पैदा होती है, रहमत की बारिस होती है।
बेटी पैदा होती है। रहमत की बारिस होती है।
मौलाकाता है। नुशिरत है। तुम बोच न समझो बेटी को।
अल्लाह के तरप से नैमत है। तुम बोच न समझो बेटी को।
माबाप की अच्छी दौलत है। तुम बोच न समझो बेटी को।
ये लुख्त जिगर हर्य।
ये ल्ख्त जिगर हर्गर की है।
ये लुख्त जिगर हर्गर की है।
ये लुख्त जिगर हर्गर की है।
ये लुख्त जिगर हर्गर की है।
ये लुख्त जिगर हर्गर की है।
ये नूर नजर हर घर्पी है, ये सान तुम्हारी अदमत है, तुम बोज न समझो बेटी को।
मो बाप की आची दौलत है, तुम बोज न समझो बेटी को।
बेटी के जनम से न घबरा, मिलते हैं किसमत वालों को।
बेटी के जनम से न घबरा, मिलते हैं किसमत वालों को।
बेटी के जनम से न घबरा, मिलते हैं किसमत वालों को।
बेटी के जनब से न घबराओ, मिलते हैं किसमत वालों को।
बेटी तो खुदा की रहमत है, तुम बोज न समझो बेटी को।
मा बाप की अच्छी दौलत है, तुम बोज न समझो बेटी को।
बेटी तो खुदा की रहमत है, तुम बोज न समझो बेटी को।