सोवत रहलि हुए अम्मा जी के गोधिया
निन्दि आहू चट गईले मोर।
सोवत रहलि हुए अम्मा जी के गोधिया
के करे दूआरे बाबा
बाजन बाज
के करे रचा बाबी
आहर four
के करे दूआरे बाबा बाजन बाज
तुही बेटी आऊर,
तुही बेटी बाऊर,
तुही बेटी चतूरी सयान रे
अपने दूआरे बेटी बाजन बाज,
तोहरा ही रचा बाबीया
अपने दूआरे बेटी बाजन बाज,
तोहरा ही रचा बाबीया
नहीं सीख्यो पापा गुण ढंग कौनो,
नहीं सीख्यो राम
रसोई रे
सास ननद मिली ताना जे मरी हैं हम से
सहा नहीं जाई हो
सास ननद मिली ताना जे मरी हैं हम से सहा नहीं जाई हो
सिखेले हूं बेटी गुण ढंग
सिखेले हूं राम
रसोई हो
सास
ननद मिली ताना जे मरी हैं सहीले हूं यचरा पसारी हो
सास ननद मिली ताना जे मरी हैं सहीले हूं बिटीया हमार हो
राहली हूं यमाजी के गोदिया निनदिया हूं चट गईले मोर रे
के करे दूआरे बाबा
बाजन बाजे
के करे रचा
बाबीया हरे
के करे दूआरे बाबा बाजन
बाजे के करे रचा बाबीया हरे