देटा हूँ, देटा हूँ चा मारकट
समिधाने के बल पे जीता हूँ
शाथ
समिधाने के बल पे जीता हूँ
शाथ
कसम से हो
देटा हूँ चा मारकट
समिधाने के बल पे जीता हूँ
पहले न काही ऐसा में कलेला
भड़की के तूथा बूलेला, काहेला हम तो जीता हूँ
बेटा हूँ चा मारकट समिधाने के बल पे जीता हूँ
हमको भोन जुरू कलबानी हो
तुहरे हम दिवानी हो
हम पबों जुरू कलबानी हो
तुहरे हम दिवानी हो
कोई बिसाल रोज मैं तो दूद दही पीता हूँ
बेटा हुचा मार का समिधान के बल पे जीता हूँ