जय अखिलेस
सभुनेता मेइनेता दमधारो हमे हो
दुखिया गरिबला वफ़दारो हमे हो
साइकिला रूकी कोब हुँला जूकी
जानो तो देश बिदेश
जय अखिलेस, जय अखिलेस बेता
बोले के परितोरो जय अखिलेस
जय अखिलेस, जय अखिलेस
जय अखिलेस
बोले के पोरी तोरो जैया खिलेश
ता जो भी सोजी बाजा भी बाजी सो पाया यी हो
समाझिवातो के झन्दा सगरो लहराई हो
ता जो भी सोजी बाजा भी बजी सपायाई हो
समाझिवातो के झन्दा सगरो लहराई हो
पिरो दिदंग होई है, सोधा नयोई है, छौई जाई हो कले
जय अखिलिष जय अखिलिष बेटा बोलिके परि तोरो जय अखिलिष
जै अखिलेस, जै अखिलेस बेटा, बोले के पड़ी तोरो जै अखिलेस
सत्यम पी उस तोहादासे, हम यब काई कोहि हो
समाजिवादि के पलारा भारी हर दम रहि हो
रचत्त यभिनन्दि तोहादासे, हम यब काई कोहि हो
समाजिवादि के पलारा भारी हर दम रहि हो
धरक्षी पुस्त्र मुलायम के बानी, अम रहि हो हरमे
जय अखिलेस जय अखिलेस बेटा बोले के परि तोरो जय अखिलेस