और मैं बजाता फरका मैं तो जीता गया
देखो मारी है हर बारी मेरी
सिता गया और Yeh शहर जिम्मेधारी
मेरी जंदजी सवारी
मेरी राप के आधार पर है जंदजि सुधारी
मैरी मुंबॉंबांय़ के यूके है सुधारी
काम ही कुछ है से
मैं करता काम भारी
मेरे बुलेट की सवारी
हमेर गली के मवाली है व्यापारी
जो है बेच है पचतर सहाँ वाली
ले सुपारी हम खिलारी
हरे पारी हमने मारी
भूले नाद के बुजारी
हम ना किसी के अभारी
हم نے لکھی एकहाणी
हम ने ग्यानी और बग्यानी
हम तो राज़ा हिंदुस्ताणी
हम तो राज़ा हिंदुस्ताणी
गरररर
या आपनी मरजी है
क्या रहा मस्ती और गली में
तेरे भाई की सब चली है
यहाँ आपनी मरजी है
क्cycle cess वच्चेन खिस्चयारवों में