बेकरारी से बेकरारी है।वसल है और फिराकतारी है।बिन तुम्हारे जूनाई है।क्या मेरी नीम।भी तुम्हारे है।क्या है ये दासता।क्यूं है ये मीलो का फासला।कर्ने ने ये भीूना।जो एवं ओच्छा प्राणियोस्ति अच्छा।उनसे कहना, दिल की कलियों में।तरव का θत्योरिक्षुन देखिर।रात दिन इंतिजारी है ये बाती फिज़ू बिन तुम्हारे दिन और राती फिज़ूबिन तुम्हारे क्या है ये दास्ताक्यू है ये नीरो का फासलाक्या है ये नीरो का फासलाक्या है ये दास्ताक्यू है ये नीरो का फासलाक्या है ये दास्ताक्यू है ये नीरो का फासलाक्यू है ये नीरो का फासला