मैं बेपरवासा राही
मेरे दुल में आपरवाही
रुमाने भी बातें करके
मेरे दुल से खेल गई वो
मैं
बेपरवासा राही, बेपरवा कर गई तबाही
हो गई जो दिल को तोड कर फिर वापिस कभी ना आई
फिर की थेली के हजार मेरी से आई मैं वो हिसम आई
हम दोनों जो हुए अलैदा शाय यही थी मेरी भलाई
मेरा कहना था के सौ आएंगी सौ जाएंगी
पर जब से गई है तू दिल पर मेरे एक चोट आए भाई
और कभी जो लोट आई तू सोच खाए तू आई क्यूं
और अगर आना था करके गई रस्वाई क्यूं तो सुनो
बात मैं करता हूँ शुरू से तक की है बात
हम थोड़े मशूर थे थोड़े मजबूर थोड़े मग्रूर थे मिलने हमारा
गसतूर मे बात हुई हां शुरू से मिला सकून है किषट थो बना भी
मेरा जनून है वो और मैं बस उमरू हूं है कौन अब मैं कौन अब तू है
जिन्देगी ये होता आया है
ये Rags Music जिन्देगी में सब कुछ होता आया है
वो मेरे खौबों में आशिक तब ये सोता आया है
कहती वो मुझे दुनिया में क्या तू एकलोता गायक है
क्या है सफर मेरा अफ़जों में कैसे ये बतलां
रंगी है अपनी दासता
बंची सामान मेरा कैसे तेरी चाहत के पिंजर में बंद हुआ अटपटा मामला
राबता तेरी मेरी बातों का जुटा निकलाता
राबता क्यू था
मैं बेपरवासा
मैं बेपरवासा
मैंके bé
मेरे दुल में वापरवाही
रुमाने भी बातें करके
मेरे दुल से खेल गई वो
मैं खुद खिलारी, मुझसे खेल गई तू
दिलकी रेल के ट्रेक को बेबी छेड़ गई तू
बोलू मैं सच बेबी, फेक नहीं हूँ
पर तुम्हें पर परवाही चैसी हर सार मैं बस एक भी हूँ