चाभी के लेके
बैठल बानी आसं
सासन तो हमरेन चल
ए सासुजी धेर दीन भासो
दाल नहीं राऊर अब गोली
तोहर चाल भिगडल पा पेवहार भिगडल पा
बोला तनी बोलिया समहार के
नकरोणी रहलू आके राणी भैल चल तारू उल्टी पाला मारके
नयहर मेराणी खेलत रहनी गोटी सासुरावे मे
बेले के परे रोटी सासुरावे मे
सासु का तोहीया मे होखा दाटे जगरा हमनी के जीवःत परदबाआ पतरा
बीनारे बियाहले का रोह हमरा
कौसमें आवते आवत तू तकोई लेलू बॉसमें
सासु चलीना तोहर चलाना दिखाई कोईल नयका जमाना
अपना ही हाथे माई बनथत रहे चोटी सासुरावे मे
शादो तोही पर रोटी चलाना दिखाई चोटी सासुरावे मे
भाईल सासुरामे चाई गोब मारी
हम ता नाई हर के रहनी दुलारी
हो गयनी बॉडबा की पापा कोई
चोटी सासुरावे मे
नाई हर मे रहनी खेलत रहनी गोटी सासुरावे मे
बेले के परे रोटी सासुरावे मे
बेले के परे
रोटी सासुरावे मे
बेले के परे रोटी सासुरावे मे