बेतर है बैठे रहे
बेतर है कुछ ना करे
बेतर है अंग्डाई ले
तारों की चादर तले बैठर है लफ्स हो कम
फिर भी हम बाते करे
बैठर है छोटी हो कमबर बाहों की चादर करे
जर्रा जर्रा लूटे हम खुशिया खुशियों की टोकरि से
तिनका तिनका बाते हम खुशिया तिल की तिजोरी से
तो बैठर है जिन्दगी
बैठर है जिन्दगी
बैठर है खामुश तू बैठर है खामुश मैं
बैठर है चलते रहे ना मंजल की परवा करे
बैठर हो चाए सुट्टा
यारों की मातल जमे
हो किसे पुराने हो जाकर
हसी के ठाहा के लगे
जर्रा जर्रा लूटे हम खुशिया खुशियों की टोकरि से
तिनका तिनका बाते हम
खुशिया दिल की तीजोरी से
तो बैठर है जिन्दगी
जिन्दगी जिन्दगी
जिन्दगी जिन्दगी
जिन्दगी
गमों के सागर में उतार कश्टी खुशियों के मोती चुने
हवा से बाते करा के हम तुम पतंगे खीचा करे
जिन्दगी ना मिलेगी तोबारा चलो अब जीने लगे
यू बारिश को ताके रखीब बनकर बादल को पीने चले
बहतर है रोने लगे जब भी बेचाडने लगे
यादों की बोरी उठाकर फिर मिलने की खाईश करे
बहतर है दूरी बने तो मिलने की हस्रत जगे
कभी मैं आओ शहर तेरे तो फुरसत से घूमे फिरे
तो बहतर है जिन्दगी
बहतर है जिन्दगी
बहतर है जिन्दगी
बहतर है जिन्दगी
बहतर है जिन्दगी