रूटे दो दिल
तूटे दो दिल
अब कभी ना पाएंगे मिल
खाब सारे सारी आदे
मिटा ही देंगे अब दो दिल
सितंगर है अब
बहता पल हर पल
सितंगर है अब
बहता पल हर पल
कोई राहे छोटा सफर
बटकता फिर दिल दर बदर
कैसे भूले इक तुझे को
ले जो कभी हम सफर
सताता है अब
बहता पल हर पल
सताता है अब
बहता पल हर पल
कैसे भूले इक तुझे को
ले जो कभी हम सफर