गुलिक नारी घड़िया जावे मूर्तिया नेडावे
गुलिक नारी घड़िया जावे मूर्तिया नेडावे
हो जाओ बनसा त्यारे गुडला हाप लो
एकी सी चाड़ो जान तू रह सासरो
बाबो साने परा भुलाओ बनडे रे पढ़ला ले आओ
माता जी बनडे ने जी के मूर्तियारी खबराया
मत जेज करो थे भूत पनी जे आपरो
बेगी सी चाड़ो जान तू रह सासरो
बाबो साने खबर फुगावो बनडे रे कल्वारा ल्यावे
परिका की साने साकर लैजो बनडे रे जी तडलागावे
मत जेज करो भते जपनी जे आपरो
एकी सी चाड़ो जान तू रह सासरो
बेगी सी चाड़ो जान तू रह सासरो
मामों साने खबर पुगाओ वनडेरे बागो ले आओ
मामी साने सागे लाजो उनान दियारा कोड़ी करा
मत जेज करो भाने जपनी जेहापरो
बेगी सी छाटो जान दूरे सासरो
अल बैसाने थे खबर पुगाओ वनडेरे वे गुडलाला वे भावजने सागे ले आओ
हल्दी रंग सुरंग लगाओ
मत जेज करो थे बीर पनी जेहापरो
मत जेज करो थे बीर पनी जेहापरो
बेगी सी छाटो
जान दूरे सासरो
बेगी सी छाटो
दूरे साथ रूप
एरी बादा दादी कोड कराओ बनडी ने आशीश दिराओ
गल्सारे लक्ष्मी ले आवे सुगनारी बातां बतलाओ
मत जेज करो यो प्पुत पनी जे आप रो
थे गीसी चाड़ो जान दूरे साथ रो
ये सोनिल सोनो बनडा गावे दलपत जीदे वसी बतावे
माताजी बनडे में जीके मूरती आरी खबरायावे
मत जेज करो थे पूत पनी जे आप रो
मत जेज करो थे फूत पनी जे आपरो
बेगी सी छाड़ो जान दूरे सासरो
बेगी सी छाड़ो