जब प्यार ना रहे तो सदलूगा
दुख सुख हमारा से बदलूगा
छोड़ी छोड़ी गई लूप मुहा मुड़ी गई लूप माले करो हुख बार
बतियावा तारू तो तारा से जन खौली है तू हुख बार
बतियावा तारू तो तारा से जन खौली है तू हुख बार
बतियावा तारू तो तारा से जन खौली है तू हुख बार
तोहरा क्य मनले रही जन हम जानाओ से जादा
बतियावा तारू तो तारा से जन हम जन जानाओ से जादा
ताथे रहे के न रहे तो बोला कहे कोई लूँ तू वादा
दिल तोड़ दी हलू, सत छोड़ दी हलू, हमें भारल जवनिया में बोड़ दी हलू
लाइकिन के जतिया तो होला हो ऐसे न तो हर छूख बाबा
बतिया वा तारू तो ताराते ए जने खली है दूख बा
हमारा सोचा भवना तारा हूँ जन छूट मों बवीतारा
दूसारा जरिया जाके देखौवलू तू आपन चरीतारा
तू गलात कहलू हो, हवदाला कहलू हो, चान सापहा छी अतरी निकॉल कहलू हो
यादो निराजाकी बिगे दरू होसे न
पति आवक तारू तो तराजे जन खोली है दूख बा