ये जानी में लेके बोला लो बोला साथी है मैं
हम के डललों तू बोला जाया फटी है मैं
ये जानी में लेके बोला लो बोला साथी है मैं
हम के डललों तू बोला जाया फटी है मैं
मौसम बड़द बइले सुहाना तू हुड़े अपने कोलों का ताजा हो
छोड़ा है छाता या वो ओड़ी के दुपाटा बुनी के माज़ा
छोड़ा है छाता या वो ओड़ी के दुपाटा बरखा के माज़ा
नना हेलो ओचे ढपकई नांसखी ना दे जाग अलारात चिनर्यण
मैं भीच बीच के कटल जाओ चले
दे पेच बीच बीच बीच गट जाओ चले
दे पेच बीच बीच गट जाओ चले
दे पेच बीच बीच गट जाओ चले
दे पेच बीच बीच गट जाओ चले
लिखा चमकों में बिजुली ता लागा तादार यादि बातों में होई हमके जाये ता घाद
जैसे बागिरों में सगरूपा दारिया उसहे समाजा हो छोड़ होई छाताया वो उड़ी के दिपाता वो बुलने के माजा हो
छोड़ होई छाताया वो उड़ी के दिपाता वो बर खाते माजा हो
पेर नहीं मिल लि राजा ऐसे नि सुतार हो
भूसमा नि सुतार हो
जोबन चाहतार सुनाओ होई नकाम फिर भी जब तो हो जाए सरादे जुखाम
रिखे से दियो राजे मो सुरिया तो कुस के धोलो ना पाजा हूँ
छोड़ो हाई छाता लाओ ओड़ी के दुपाटा लाओ मुने के माझा हूँ
छोड़ो हाई छाता लाओ ओड़ी के दुपाटा लाओ मुने के माझा हूँ