पिरसे आई बारिशे करके कोई साजिशे यहाँ
ताकि तुझे से मैं मिलूं दो कदम मैं चलूं यहाँ
तेरी चाहतों की बारिशों में भीगूं आजी साजिशे यही
मिली रब की दूआ से तुझे से मिलने की बाने कही
पिरसे आई बारिशे
पिरसे आई बारिशे करके कोई साजिशे यहाँ
ताकि तुझे से मैं मिलूं दो कदम मैं चलूं यहाँ
पाते मैं
पाते मैं
करता हूँ सब से तेरी
आती रही तु सपनों में हमेशा मेरी
आजा सपनों की समंदर से तु है मेरी गुजारिशे यही
मिली रब की दूआ से तुझे
तुझसे मिलने की बहाने कही
फिर से आई बारिशे करके कोई साजिशे यहाँ
ताकि तुझसे मैं मिलूं दो कदम मैं चलूं यहाँ
देखा है जब से ये चहरा तेरा
तु ही तो है जो दिल को लगे सबसे प्यारा
काफी चहरों में
देखा मैंने बस एक चहरा तेरी
मिली रभ की दूआ से तुझसे मिलने की बहाने कही
फिर से आई बारिशे करके कोई साजिशे यहाँ
ताकि तुझसे मैं मिलूं दो कदम मैं चलूं यहाँ
तुझसे