देत बाड़ हु बोलावा तु तला फ़ाड़ा के भावजी हो गई लुसो खीन छोट का बढ़ा केलाख खुलके इंस्टा पजारावा तारु दील हो भागतार भेजके बहारा बनावा तारु रील होभागतार भेजके बहाराहोके खाती वाहे रल देखाबे लुखा जानादेखाबे लुखा जानाभौजी हो मानत न इखू कोई लोप मानाभौजी हो मानत न इखू कोई लोप मानाहोके खाती वाहे रल देखाबे लुखा जानाभौजी हो मानत न इखू कोई लोप मानाकाटी काटी उठावा दे दे लूखु में फील हो भातार भिचके बाहरा बनावा नरूरील हो