बढ़ना दे बंगला
बना दू बंगला तेरा गाम में ते बाहर बना दू बंगला
जब सेंट छड़के चड़ू छात पे सेंट की खुश्बू उठेगी
बंगले के बीच छुटवा दे जंगला
बंगले के बीच छुटवा दे जंगला
मेरा गाम ते बाहर बढ़ा दे
बना दू बंगला
मेरा गाम ते बाहर बढ़ा दे बंगला
बना दू बंगला
तेरा गाम में ते बाहर बना दू बंगला
तेरा गाम में ते बाहर बना दू बंगला
तेरा गाम में ते बाहर बना दू बंगला
अरे गाम तो बहर लिकड़के ने तर हवा दूसरी लागेगी
मत ना सचे पियात ने या बहू छोड़के भाजेगी
अरे गाम तो बहर लिकड़के ने तर हवा दूसरी लागेगी
मत ना सचे पियात ने या बहू छोड़के भाजेगी
तेरे बिना गोरी मत हो जा कंगला
गाम ते बाहर बना जू बंगला
बना दे बंगला
मेरा गाम ते बाहर बना दे बंगला
रात चाले
रात चांदनी में पियाजी दो दो बोज उड़ावेंगे
रात चांदनी में पियाजी दो दो बोज उड़ावेंगे
आते जाते सारे मानस गर्खी ओड़ लखावेंगे
कर दे तू पूरा सपना यो रंगला
मेरा गाम से बाहर बढ़ा दे बंगला
बना दू बंगला
तेरा काम से बाहर बना दू बंगला
अज खतरी हम चड़ कोठे बहतों दो खाट पिछावेंगे
अरे खेता मैं माच्छर कोरी तने चूट चूट के खावेंगे
शीली सीली बान चलेगी दिन का सुस्ती आवेगी
रात नहीं खमदा तड़ बोलेगी घी तेरी बंद जागी
अरे खतरी हम चड़ कोठे बहतों दो खाट पिछावेंगे
अरे खेता मैं माच्छर कोरी तने चूट चूट के खावेंगे
शीली सीली बान चलेगी दिन का सुस्ती आवेगी
रात नहीं खमदा तड़ बोलेगी घी तेरी बंद जागी
बाजेगी तू छोड़ केने गोरी बंगला
बाजेगी तू छोड़ केने गोरी बंगला
गामत बाहर बना जू बंगला
बना जे बंगला
मिरा गामत बाहर बना जे बंगला
बेरा गामत बाहर बना जे बंगला
बने पाट गया बेरा पियाजी को नया बिरते त्यार तने
ओई ओई एक नहीं तो पनवाजू इतना चावे दिलतार तने
सकी से बुटानी की तू मान कमिला
गाम ते बाहर बना जू बंगला
तेरा गाम ते बाहर बना जू बंगला