बन गया है मंदिल
आज हम लोगों के मन को मिला आराम
बन गया है मंदिल
कई बरस के बाद हमारी पूरी हुई तमना
आज भी हम को याद है को इतिहास का हर एक पना
कई बरस के बाद हमारी पूरी हुई तमना
आज भी हम को याद है को इतिहास का हर एक पना
सह कितने हैं दुख तब मिला जग सुख कर से वो कुन देती जान
बन गया है मंदिर, महल में आये राम
बन गया है मंदिर, बन गया है मंदिर
इंतिजार में कितने हिंदू अपनी उम्र गवाएं
सोच रहे थे राम लला कब टेंट से बाहर आएं
इंतिजार में कितने हिंदू अपनी उम्र गवाएं
सोच रहे थे राम लला कब टेंट से बाहर आएं
सच कहते कबीर मिला माठी में सरीर और तहुच गए समसान
बन गया है मंदिर, महल में आए राम
बन गया है मंदिर, बन गया है मंदिर