बंबं बंबं बोल रहा है काश्री बना रस
जब से लागल सावन
जलवा भर के लई कांधे कावर चल काश्री बना रस में
बाबा करी है यसरा पूरी चल काश्री बना रस में
नट राज कहाल नील कहंट कहाल
री जहले जल्दी भोला दानी कहाल
बंबं बंबं बोल रहा है काश्री बना रस
जब से लागल सावन
बंबं बंबं बोल रहा है काश्री बना रस
जब से लागल सावन
जल्बा भर के लै कांधे कावर चल काश्री बना रस में
बाबा करी है यसरा पूरी चल काश्री बना रस में
चला चाली देवो घर जाल लेके कांधे पर
खोली है कि वाण भोला जैबे जब दुवारी पर
चला चाली देवो घर जाल लेके काधे पर
खोली है किवाणी भोला जैब्य जबदुवारी पर
बंबंबं बोले रहा है काशी बना रस जब से लागल सावन
जलवा भरके लाई कांधे कावर चल काशी बना रस में
बाबा करी है मन साफूरी चल काशी बना रस में
आनुझ संदिप पुनल लवकुष ने ये पुकारा है
देवों में महादेव बाबा हमारा है
आनुझ संदिप पुनल लवकुष ने ये पुकारा है
देवों में महादेव बाबा हमारा है
बोली रहा है काशी बना रस जब से लागल सावन
जलवा भर के लई कांधे कावर चल काशी बना रस में
बाबा करी है मन सा पूरी चल काशी बना रस में
मन सा पूरी चल काशी बना रस में