संद भला नाद मला तुझा लागला। दुक्या हरी भोग जाली माझे मागला।
दुक्या जीवाता दाता तुपालन करता। तुझा चरन ठाई मामा संसर आता।
यात मामा तुझी मुर्टी कोरली। बालु मामा माझे आहे गुरु मावली।
बाबल पातल रद्यावा हुर्द दाकल। पहाटे च दवा परी नसीब गोटल।
चान्ग भल देवा।
बालु मामा माझे आहे गुरु मावली।
अदमा पुरीनांद तौया देवा दी देव।
सारे विश्व मदि ते अच्छ जाजत नाव। सारे विश्व मदि ते अच्छ जाजत नाव।
तुझा पैरी वरी माज़ा भोलारे भाव। तुझा पैरी वरी माज़ा भोलारे भाव।
बन्डारे अत रूपत ददन गरिदाव। चांग भल भोला मामा
घुंगडी वाला। बालु मामा रुपी मला कान गावली।
उप्यात मामा तुझी मुर्टी कोरनी। बालु मामा माज़ा है कुरुमावली।
योगि यांत योगि है धन्गरिदेव। तुतराम शाम च पुनि ठेवलाय तेव।
रोजनल्या नल्या देवा फिर्छो तुगावा। तुझा साल का जुनमती गुरु असावा।
दोतर चाती काली गुंगडी पाती। दप्ची रुपे फुले सरदाने वाही।
यात मामा तुझी मुर्टी कोरंगी। बालु मामा माजी आहे गुरु मावली।
शंद भाला नाद मला तुजा लगला। दुक्षारी भोग जाली
माजी मागला। मुक्या जीवाच दाथा तुपलन करता।
तुझआचन ठाई मामा सौंसर आत्र। यात मामा तुझी
मुर्टी कोरंगी। बालु मामा माजी आहे गुरु मावली।