कुछ लम्हल कुछ कुछ दिवाजा
कुछ लम्हल कुछ कुछ दिवाजा
असो होली में बाजा के दिजे नाछे दिवाजा
सोरी भोजी सोरी भोजी कहोता हो उएके फेरा में रोहता हो
भाईल बटे जन कोपरी जोतो उपर उपर खालिदा होता हो
ता खोली बाटन माटन खोबे खालिदा गम गम देहु साब महा खालिदा
भाईल बा मंकी कोदे गाछे दिवाजा
आसो खोली में बाजा के दिजे नाछे दिवाजा
खालिदा गम गम देवाजा
खालिदा गम गम देवाजा
प्रियो तरो सिक्के जो इसनुदा साब होई एकाराना तनिको नासाब होई
कौन में नौन दुबावोता हो मनो खोली के दिने तमासाब होई
एसी वनिया हो पनिया न फेल पहता वस तुकुर तुकुर दिहिया निरे खहता
बाबा गलाइल कोही सच दिवाजा
असो होली में बाजा के दीजे नच दिवाजा