बाई सारा बीरा, जैपर जाई जो साँ
क्यूं, काईं बात है
आतां तो लियाई जो सारा की चुन्दरी
या बात है
बाई सारा बीरा, जैपर जाई जो साँ
आतां तो लियाई जो सारा की चुन्दरी
बाई सारी भाबजी, भात बता वो सा
किसी के रंग की तारा की चुन्दरी
बाई सारा बीरा
हर्या हर्या पल्ला, पीड़ी की चुन्दरी
हर्या हर्या पल्ला, पीड़ी की चुन्दरी
बाई सारी भाबजी, लिया योडि पड़ी है सा
ओडो तो निर्खा, तारा की चुन्दरी
बाई सारा बीरा
चम चम पायल बाजे, गोरी गुंगट में लाजे
नथडी रो मोती चमके, माथे पे रकडी साजे
बाई सारा बीरा, देवरी ओ बजमास
ओठने नहीं दे, तारा की चुन्दरी
बाई सारी भावज, मेहला पधारो सा
सेजा में निर्खा, तारा की चुन्दरी
बाई सारा बीरा, मेहला में आउंसा
सेजा में ओ दुली, तारा की चुन्दरी