है उ बंदूक क्योंनी काम के
जे में गोली न होखे
उ मुह क्योंनी काम के
जे में मिथ बोली न होखे
मुह में दात न होखे त मिथाई का होई
जब तुहार देही में ये पाछी
इतना गर्मी बा तरजाई का होई
कैसे गीत बा पूर्वी
गोदना गुदल का राज अब न सहात बा
सुई न धसाव कस के
बहुत दुखात बा सुई न धसाव कस के
आथी पूर्वी हूँ भाईया द्ञान करिया कैसे ताल बजता
भूलक भी जगपबाबा आहमरे अधेस भाईया के कलारनत बाबलिया वाला
अपना अच्छा बाबलिया बाबलिया वाला
बाबला कुछ बज़े करता है
गोधना अब ना गोधाई विश्वी धज़ते मारी जाई
तोहरे सुईयानों किली करते हैं
देहिया में घात बाद सुई ना धज़ता हो राजा
जैसे जैसे धान सत बाते
मुरा ज्ञाती धाटत बाते
लागे सबर आनहार मुरा मुहवा जुरात बात
सुई ना धज़ता हो राजा
लागे सबर आनहार मुरा जुरात बाते
लागे सबर आनहार मुहवा जुरात बाते
मुरा गतर गतर सर्वानन्द बहुते पीरात बात
सुई ना धज़ता हो राजा
बहुते दुखात बात
सुई ना धज़ता हो राजा
सुई ना धज़ता हो राजा