बहिना बिनकालाई मोरारो जरो जसुना रहेला
आवेला जब सावन्यो हो खेला मन्यो भावन ना हमारा कुछा सोहेला
बहिना बिनकालाई मोरारो जरो जसुना रहेला
बहिना बिनकालाई मोरारो जरो जसुना रहेला
आवेला जब सावन्यो हो खेला मन्यो भावन ना हमारा कुछा सोहेला
ना हमारा कुछा सोहेला
बहिना बिनकाला
बहिना बिनकाला
बहीन बिनकालाई मोरारो जरोज सुना रहेला
सुना रहेला
सुना रहेला
बहीन बिनकालाई मोरारो जरोज सुना रहेला
सुना रहेला
ना जाने कोवन गलत्या कोईनी देवेनी हमके साजाजी
साजाजी
सुनी भोलाजी रोवे किरिपासे
सोभेला हमनिके ध्वाजाजी, ध्वाजाजी
दया करदी, मया भरदी, नराखि सुना सुनी, नराखि सुना सुनी
बहिन बिनकालाई मोरारो जरो जरुपास रहेला
बहिन बिनकालाई मोरारो जरो जरुपास रहेला
दूपास रहेला
दूपास रहेला
दूपास रहेला
राइटर धीर जधरम कहेला, देदी ही हमा के बाही नहो, जी नहो
राम बाबु पंडित के सुना सुना रहेला सभे दी नहो, दी नहो
कि जाए राउसन, बिजाए आनिल
मनोज नही मउन मुहेला
नही उतम उतमौनमुहेला
बही नभिंकालायीं रोजे रोज भेखी सुना रहेला
बही नभिंकालायीं मोरारो जरो जरुपास रहेला
आवेला जब साउन होँखेला मॉन भावन
नाहा मेरा कुछओ सुहेला
बहीन बिनकालाई मोरारो जरो जरो पास रहेला
आवेला तब सावन हो खेला मन भावन ना हमारा कुछा हु सोहेला
बहीन बिनकालाई मोरारो जरो जरो पास रहेला
बहीन बिनकालाई मोरारो जरो पास रहेला