बोले गोगाजी महराज की जै, बोल सच्छे दर्बार की जै
बागड के महराजा आजा, तुमको भगत बूलाते हैं
सुबे शामे दिने रात, नाथ सब, तेरा ध्यान लागाते हैं
बागड के महराजा आजा, तुमको भगत बूलाते हैं
सुबे शामे दिने रात, नाथ सब, तेरा ध्यान लागाते हैं
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पागड के महाराजाजा
पदमनाग अवतार थारी
लिला अजब निराणी है
पदमनाग अवतार थारी
लिला अजब निराणी है
जेवर सिंग के राज पुवर बड़ा सूर भीर बल साली है
संत महत्मा तपसी ओगी
ज्यान चरण में लाते हैं बागड के महाराजा आजा
तुमको भगत बूलाते हैं बागड के महाराजा आजा
गो माता के सेवक बन कर तन मन धन कुर्पान किया
बागड के सेवक बन कर तन मन धन कुर्पान किया
बागड के सेवक बन कर तन मन धन कुर्पान किया
पंधन से मुक्ति दिलवाई दुनिया में सम्मान दिया
रामना में रस्पान किया भूरू गो रख रहा दिखाते हैं
पागड के महाराजा आजा दुम को भगत बुलाते हैं
पागड के महाराजा आजा
नीले खी करते अस्वारी परिकम्मा करते जग की
भूरू गो रख की किरपा मिल गई करी खोद सत्मारग खी
भूरू गो रख की किरपा मिल गई करी खोद सत्मारग खी
भूरू गो रख की किरपा मिल गई करी खोद सत्मारग खी
गई करी खोज सत्मारग की दर्ती अंदर समा गए दर्ती अंदर समा गए ऐसा सत्य पुरुस बताते हैं बागड के महराजा आजा
तुमको बगद बुलाते हैं बागड के महराजा आजा
तुमको बगड बुलाते हैं बागड के महराजा
तुमको बगद बुलाते हैं बागड के महराजा
तुमको बगड बुलाते हैं बागड के महराजा
तुमको बगड बुलाते हैं बागड के महराजा
तुमको बगड बुलाते हैं बागड के महराजा
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