पॉकुलाइन के जुबानू
काल के हाल भी ख़राब होई जालाया लगे बाहा चान बाते रे
जहां बोलाइबे हमूँ हे चली आईद बबुआन के जुबान बाते रे
बबुआन के जुबान
बबुआन के जुबान
ले बोला गलू बाते सुरू एसे सेरे के
घरू में घुशा ही ले बाइनी कूटिल के धेरे के
जहां बोलाइबे हमूँ हे चली आईद बबुआन के जुबान बाते रे
जहां बोलाईबे हम ओहे चली आईदू बबु आने के जुबान बाते रे
अरे बोजाता नू रेलाज़ जाईबा
पर जाई धारी हम अने के लाला कारल
हमारा एही के गुमान बाते रे
जहां बोलाईबे हम ओहे चली आईदू बबु आने के जुबान बाते रे