खाटो नरेश के
जया हो
कहते हैं
सच्चे दर्बार के
ना कभी था ऐसा तूने वादिया है रे
आज हम जोबी है किसकी वज़े से हैं
दुनिया में इतना बड़ा संकट आया लेकिन शाम प्रेमी कोई भी नहीं धबराया
दबराया क्या?
नहीं! बाबा ने साहरी प्रेमी को
जो था जहां भी था खुशाल रखा
और बाबा की एक चीज़ तो है
ये तो प्रूब हो गया कि इसके अलावा दुनिया कोई नहीं चला सकता
मान गये न ये बात को आओ जो इसके पीछे वो दोनों हाद उठाएं
मै तो जो कुछ भी हूँ जैसा भी हूँ किसके पीछे 89
Hoh Bapa tyle Peeche
Main to jo kuch bhi theesa bhi ho 9
Hey ho Bapa tyle peeche
इतनीं शहल उरimal 100
सुबह मिल गया तो ना था
शाम का ठीकाना रे
और यही वो भी देखा
देखा एक वो जमाना रे
सुबह मिल गया तो ना था शाम का ठीकाना रे
शाम का ठीकाना रे
अब ना बीते वो भंडार मिला है किसके बीचे
बीचे बीचे शोहरती वो रे सब माज बिदा है किसके बीचे
इंडौर में सबसे अच्छे गुरू बसता है इन अंग्रूप एक बाद दोनों
और बाबा कहने लगे आज जो भी हम है किसके वज़े से हैं बाबा के वज़े से
हावाद वो 안에 भ्यार मिला है बेए भाबा थ Choi
शोहरती रे मेंजर यहाँ कि पीछे हंग गड़ बाबंड् साफन गुरू भांडौं
खटू वाले का हाथ मेरे सिर्फे से कभी ना हटे
तो अपना हाथ बढाना बाबा की तरफ एक बार पकड़ लिया ना तो नहीं छोड़ेगा कभी
मैं तो जो कुछ भी हूँ जैसा भी हूँ किसके फीछे
बाबा तेरे फीछे