मुझे नहीं पता
आखोंसे कैसे बया करूँ लगता है
मुझे नहीं पता मुझ्को ये क्या हुआ है बताना सकू दिल की बात
आखोंसे कैसे बया करूँ लगता है चाहता हूं तेरा साथ
अजाना सा ये सफर मेरा
पर क्या चलेगा तू सा
छोड़के सारे बल में है
एसे करूँ दिल की बाद
आजनबी की तरह तू जो मिल गई मुझे
फिर मेरा तू हो जाए
ऐसा क्या कहूँ तुझे
मैं सपने सारे बोल दू
याराद अपने बोल दू
मैं चाहता हूँ सबसे जाद तुमको आज बोल दू
मैंने सोचा था कि
सीधी सादी बात होगी
एक बात कहने में
कल सुबहाडर सावीरे में
दूनाण..
उम्मीद की नए किरनों के साथ
कहे दूगा दिल की बात
मुझे नहीं बता मुझे कोई क्या हुआ है
बताना सकू दिल की बात
आखों से कैसे बया करू
लगता है चाहता हूँ तेरा साथ
अग्जाना सा ये सफर मेरा तो क्या चलेगा तू साथ
छोड़े के साने बल मेरे है
कैसे करू दिल की बात