धूल उड़ती है या तनहाई
धूल उड़ती है या तनहाई
हर पन तड़पत मन साउदाई
दूर मैं तुझसे हूँ
ना रब लगया ना तू
दूर मैं तुझसे हूँ
पीरा वे पीरा वे पीरा मैं हो जाऊं ना भागी
पीरा वे पीरा वे पीरा मैं हो जाऊं ना भागी
दूर मैं तुझसे हूँ
ना रब लगया ना तू
मैं रस्मों की जंजीरों से भागी
और सपनों की ताबीरों से चागी
क्यूं अपनों से बेगानी मैं लागी
कर दे वे इश्क फकीर दे दे सीनाचीर
पीरा वे पीरा वे पीरा मैं हो जाऊना बागी
पीरा वे पीरा वे पीरा मैं हो जाऊना बागी
पीरा वे पीरा वे पीरा मैं हो जाऊना
पीरा वे पीरा वे पीरा में हो जाओ ना बागी